Monday, May 11, 2015

Sanskrit everywhere

विभिन्न संस्थाओं के संस्कृत ध्येय वाक्य।

आर्य समाज-
॥कृण्वन्तो विश्वमार्यम॥

आर्य वीर दल-
॥अस्माकं वीरा उत्तरे भवन्तु॥

भारत सरकार-
॥सत्यमेव जयते॥

लोक सभा-
॥धर्मचक्र प्रवर्तनाय॥

उच्चतम न्यायालय-
॥यतो धर्मस्ततो जयः॥

आल इंडिया रेडियो- ॥बहुजनहिताय बहुजन‍सुखाय॥

दूरदर्शन-
॥सत्यं शिवम् सुन्दरम्॥

गोवा राज्य-
॥सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्दुःखभाग्‌भवेत्॥

भारतीय जीवन बीमा निगम-
॥योगक्षेमं वहाम्यहम्॥

डाक तार विभाग -
॥अहर्निशं सेवामहे॥

श्रम मंत्रालय -
॥श्रम एव जयते॥

भारतीय सांख्यिकी संस्थान -
॥भिन्नेष्वेकस्य दर्शनम्॥

थल सेना -
॥सेवा अस्माकं धर्मः॥

वायु सेना -
॥नभःस्पृशं दीप्तम्॥

जल सेना -
॥शं नो वरुणः॥

मुंबई पुलिस -
॥सद्रक्षणाय खलनिग्रहणाय॥

हिंदी अकादमी -
॥अहम् राष्ट्री संगमनी वसूनाम॥

भारतीय राष्ट्रीय विज्ञानं अकादमी -
॥हव्याभिर्भगः सवितुर्वरेण्यं॥

भारतीय प्रशासनिक सेवा अकादमी -
॥योगः कर्मसु कौशलं॥

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-
॥ज्ञान-विज्ञानं विमुक्तये॥

नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन -
॥गुरुः गुरुतामो धामः॥

गुरुकुल काङ्गडी विश्वविद्यालय-
॥ब्रह्मचर्येण तपसा देवा मृत्युमपाघ्नत॥

इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय-
॥ ज्योतिर्व्रणीत तमसो विजानन॥

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय-
॥विद्ययाऽमृतमश्नुते॥

आन्ध्र विश्वविद्यालय -
॥तेजस्विनावधीतमस्तु॥

बंगाल अभियांत्रिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय, शिवपुर -
॥उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान् निबोधत॥

गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय -
॥आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः॥

संपूणानंद संस्कृत विश्वविद्यालय -
॥श्रुतं मे गोपय॥

श्री वैंकटेश्वर विश्वविद्यालय-
॥ज्ञानं सम्यग् वेक्षणम्॥

कालीकट विश्वविद्यालय -
॥निर्मय कर्मणा श्री॥

दिल्ली विश्वविद्यालय -
॥निष्ठा धृति: सत्यम्॥

केरल विश्वविद्यालय -
॥कर्मणि व्यज्यते प्रज्ञा॥

राजस्थान विश्वविद्यालय -
धर्मो विश्वस्य जगतः प्रतिष्ठा॥

पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय-
॥युक्तिहीने विचारे तु धर्महानि: प्रजायते॥

वनस्थली विद्यापीठ -
॥सा विद्या या विमुक्तये॥

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एन॰सी॰ई॰आर॰टी) -
॥विद्ययाऽमृतमश्नुते॥

केन्द्रीय विद्यालय -
॥तत् त्वं पूषन् अपावृणु॥

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड -
॥असतो मा सद् गमय॥

प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, त्रिवेन्द्रम-
॥कर्म ज्यायो हि अकर्मण:॥

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इन्दौर-
॥धियो यो नः प्रचोदयात्॥

गोविंद बल्लभ पंत अभियांत्रिकी महाविद्यालय, पौड़ी-
॥तमसो मा ज्योतिर्गमय॥

मदन मोहन मालवीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, गोरखपुर -
॥योगः कर्मसु कौशलम्॥

भारतीय प्रशासनिक कर्मचारी महाविद्यालय, हैदराबाद-
॥संगच्छध्वं संवदध्वम्॥

इंडिया विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय विधि विद्यालय -
॥धर्मो रक्षति रक्षितः॥

संत स्टीफन महाविद्यालय, दिल्ली -
॥सत्यमेव विजयते नानृतम्॥

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान -
॥शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्॥

विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर -
॥योग: कर्मसु कौशलम्॥

मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद -
॥सिद्धिर्भवति कर्मजा॥

बिरला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी -
॥ज्ञानं परमं बलम्॥

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर -
॥योगः कर्मसु कौशलम्॥

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई -
॥ज्ञानं परमं ध्येयम्॥

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर -
॥तमसो मा ज्योतिर्गमय॥

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान चेन्नई -
॥सिद्धिर्भवति कर्मजा॥

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की -
॥श्रमं विना न किमपि साध्यम्॥

भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद -
॥विद्या विनियोगाद्विकास:॥

भारतीय प्रबंधन संस्थान बंगलौर -
॥तेजस्वि नावधीतमस्तु॥

भारतीय प्रबंधन संस्थान कोझीकोड -
॥योगः कर्मसु कौशलम्॥

नेपाल सरकार -
॥जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी॥

इंडोनेशिया जलसेना -
॥जलेष्वेव जयामहे॥

असेह राज्य (इंडोनेशिया) -
॥पञ्चचित॥

कोलंबो विश्वविद्यालय (श्रीलंका) -
॥बुद्धि: सर्वत्र भ्राजते॥

मोराटुवा विश्वविद्यालय (श्रीलंका) -
॥विद्यैव सर्वधनम्॥

पेरादेनिया विश्वविद्यालय (श्रीलंका) -
॥सर्वस्य लोचनं शास्त्रम्॥

सेना ई एम ई कोर -
॥कर्मह हि धर्मह॥

सेना राजपूताना राजफल -
॥वीर भोग्या वसुन्धरा॥

सेना मेडिकल कोर -
॥सर्वे संतु निरामया॥

सेना शिक्षा कोर -
॥विदैव बलम्॥

सेना एयर डिफेन्स -
॥आकाशेय शत्रुन जहि॥

सेना ग्रेनेडियर रेजिमेन्ट -
॥सर्वदा शक्तिशालिं॥

सेना राजपूत बटालियन -
॥सर्वत्र विजये॥

सेना डोगरा रेजिमेन्ट -
॥कर्तव्यम अन्वात्मा॥

सेना गढवाल रायफल -
॥युद्धया कृत निश्चया॥

सेना कुमायू रेजिमेन्ट -
॥पराक्रमो विजयते॥

सेना महार रेजिमेन्ट -
॥यश सिद्धि॥

सेना जम्मू काश्मीर रायफल -
॥प्रस्थ रणवीरता॥

सेना कश्मीर लाइट इंफैन्ट्री-
॥बलिदानं वीर लक्षयं॥

सेना इंजीनियर रेजिमेन्ट -
॥सर्वत्र॥

भारतीय तट रक्षक -
॥व्याम रक्षामह॥

सैन्य विद्यालय -
॥युद्धं प्र्गायय॥

सैन्य अनुसंधान केंद्र -
॥बालस्य मूलं विज्ञानम॥

संस्कृत ही भारत का मूल है, भारत का विकास इसी से संभव है।

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